SanatanDharm

Mar 26 2024, 08:44

आज का राशिफल, 26 मार्च 2024 : जानिए राशिफल के अनुसार आज कैसा रहेगा आप का दिन...?

मेष- चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ

आज अपने व्यक्तिगत कार्यों को पूरा करने में समय व्यतीत करेंगे। आपकी योग्यता उभरकर सबके सामने आएगी। इस समय ग्रह गोचर आपके पक्ष में है। जीवनसाथी व आपका आपसी सहयोग रहेगा। घर तथा व्यवसाय संबंधित कुछ महत्वपूर्ण निर्णय भी लेंगे। थकान महसूस होगी। स्वास्थ्य सही रहेगा।

वृष- ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी , वु , वे, वो

आज कड़ी मेहनत व परिश्रम से बेहतर उपलब्धियां हासिल करने में सक्षम रहेंगे। व्यावसायिक योजनाओं को कार्य रूप देने से पहले किसी जानकार के साथ अच्छी तरह सलाह-मशविरा अवश्य कर लें। नौकरी में तबादला या किसी प्रकार का मनमुटाव हो सकता है, इसलिए सावधान रहें। स्वास्थ्य लाभ होगा।

मिथुन- का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा

आप में हिम्मत और साहस भरपूर रहेगा। अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए कोई भी तरीका अपनाकर सफलता हासिल करेंगे। किसी मनोहर जगह जाकर बदलते मौसम और प्रकृति का आनंद उठाने का भी मौका मिलेगा। सेहत बेहतर रहेगी।

कर्क- ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो

समय तरक्की दायक चल रहा है। लक्ष्य को पाने के लिए जी तोड़ मेहनत करेंगे। मीडिया, कला, ऑनलाइन आदि से संबंधित कार्यों में विशेष सफलता हासिल होगी। आर्थिक मामलों पर गंभीरता से विचार करना अति आवश्यक है। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

सिंह- मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे

आज कुछ अनूठा या नया करने की धुन सवार रहेगी। रूपए-पैसे के मामले में भाग्यशाली रहेंगे। विशेष तौर पर महिलाओं के लिए समय बहुत ही अनुकूल है। उन्हें अपनी योग्यता व कार्य क्षमता का प्रदर्शन करने का भरपूर मौका मिलेगा। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। स्वास्थ्य लाभ होगा।

कन्या - टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो

बॉस व अधिकारियों के साथ रिश्ते अच्छे बने रहेंगे। धन प्राप्ति के योग प्रबल बने हुए हैं इसलिए अपने काम के प्रति पूर्ण रूप से एकाग्रचित्त रहें। सहकर्मियों का भी पूर्ण सहयोग रहेगा। किसी मित्र की सलाह आपके व्यवसाय के लिए बहुत ही लाभदायक रहेगी।

तुला- रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते

काम में विस्तार की योजना को कार्य रूप में परिणत करने का उचित समय है। परंतु शेयर, सट्टा जैसे रिस्की काम में निवेश करने से बचें। नौकरी में बॉस या अधिकारियों के साथ किसी बात को लेकर मतभेद उत्पन्न हो सकते हैं।

वृश्चिक - तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू

आज फोन द्वारा कोई महत्वपूर्ण सूचना प्राप्त होगी जो कि भविष्य संबंधी कार्यों के लिए फायदेमंद साबित रहेगी। परिवार तथा परिवार जनों की जरूरतों व इच्छाओं को प्राथमिकता देना उनके मन में आपके प्रति सम्मान उत्पन्न करेगा।

धनु - ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे

व्यवसायिक गतिविधियों में अपने प्रतिद्वंद्वियों की गतिविधियों को नजरअंदाज ना करें। आप अपनी प्रतिभा के दम पर कार्यस्थल पर एक नई पहचान बनाने में सक्षम रहेंगे। अधिकारी भी आपकी कार्यशैली से प्रभावित होंगे।

मकर- भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी

आज कोई आश्चर्यचकित करने वाली घटना घटित हो सकती है। नए-नए संपर्क बनेंगे। घर में कीमती वस्तुओं की शॉपिंग भी होगी। विद्यार्थी किसी प्रतियोगिता परीक्षा में पूरे आत्मविश्वास से कामयाबी हासिल करेंगे।

कुंभ- गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा

तकनीकी कामों से जुड़े बिजनेस में बेहतरीन सफलता प्राप्त हो सकती हैं। परंतु ध्यान रखें कि कहीं पैसा अटक सकता है इसलिए आज धन संबंधी लेनदेन ना ही करें। नौकरी में त्योहारों की वजह से कार्यभार की अधिकता रहेगी। ओवर टाइम भी करना पड़ सकता है।

मीन दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची

दिन की शुरुआत में कुछ परेशानियां सामने आएंगी, परंतु आप अपनी सकारात्मक सोच द्वारा परिस्थितियों को अपने पक्ष में करने के लिए सक्षम भी रहेंगे। आपके हाथों समाज सेवा संबंधी कोई कार्य भी संपन्न होगा, जिससे आत्मिक खुशी महसूस होगी।

SanatanDharm

Mar 26 2024, 08:42

आज का पंचांग- 26 मार्च 2024:जानिए पञ्चाङ्ग के अनुसार आज का मुहूर्त और ग्रहयोग

विक्रम संवत - 2080, अनला

शक सम्वत - 1945, शोभकृत

पूर्णिमांत - चैत्र

अमांत - फाल्गुन

तिथि

कृष्ण पक्ष प्रतिपदा- मार्च 25 12:30 PM- मार्च 26 02:55 PM

नक्षत्र

हस्त - मार्च 25 10:37 AM- मार्च 26 01:33 PM

योग

ध्रुव - मार्च 25 09:30 PM- मार्च 26 10:17 PM

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय - 6:18 AM

सूर्यास्त - 6:36 PM

चन्द्रोदय - 7:37 PM

चन्द्रास्त - 6:46 AM

अशुभ काल

राहू - 3:31 AM- 5:04 AM

यम गण्ड - 9:22 AM- 10:55 PM

गुलिक - 12:27 PM- 1:59 PM

दुर्मुहूर्त - 12:56 PM- 01:45 PM, 03:22 PM- 04:10 PM

वर्ज्यम् - 08:02 PM- 09:50 PM

शुभ काल

अभिजीत मुहूर्त - 12:08 PM- 12:56 PM

अमृत काल - 06:50 AM - 08:37 AM

ब्रह्म मुहूर्त - 04:52 AM- 05:40 AM

शुभ योग

द्विपुष्कर योग- 02:55 पी एम से 06:17 ए एम, मार्च 27

SanatanDharm

Mar 25 2024, 08:51

रंगों का त्योहार धुलेंडी आज.....,यह पर्व भारत और नेपाल में मनाया जाता है..!

धुलेंडी, जिसे होली के बाद मनाया जाता है, रंगों का त्योहार है। यह त्योहार भारत और नेपाल में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस दिन लोग एक दूसरे पर रंग, पानी और कीचड़ डालते हैं और ढोल-नगाड़े बजाकर नाचते-गाते हैं। धुलेंडी के दिन लोग सुबह जल्दी उठकर स्नान करते हैं और नए कपड़े पहनते हैं। फिर, वे एक दूसरे पर रंग, पानी और कीचड़ डालते हैं। ढोल-नगाड़े बजते हैं और लोग नाचते-गाते हैं। कई जगहों पर, लोग रंगों से सजी हुई यात्राएं निकालते हैं। धुलेंडी का त्योहार दोस्ती और भाईचारे का प्रतीक है। इस दिन लोग आपसी मतभेदों को भुलाकर एक दूसरे से गले मिलते हैं और रंगों से खेलते हैं।

धुलेंडी क्यों मनाया जाता है ?

धुलेंडी मनाने के पीछे कई कहानियां हैं। एक कहानी के अनुसार, भगवान विष्णु ने राक्षस हिरण्यकश्यप की बहन होलिका का वध किया था। होलिका को आग में जलने का वरदान प्राप्त था, इसलिए वह भगवान प्रह्लाद को लेकर आग में कूद गई। लेकिन भगवान विष्णु ने प्रह्लाद को बचा लिया और होलिका जल गई। इस जीत का जश्न मनाने के लिए लोग रंगों और पानी से खेलते हैं। एक अन्य कहानी के अनुसार, भगवान कृष्ण ने राधा और गोपियों के साथ रंगों से खेला था। इसी खुशी में लोग धुलेंडी पर रंगों से खेलते हैं।

धुलेंडी के कुछ महत्वपूर्ण पहलू:

रंगों का महत्व: धुलेंडी पर इस्तेमाल किए जाने वाले रंगों का विशेष महत्व होता है। लाल रंग प्रेम और ऊर्जा का प्रतीक है, पीला रंग खुशी और समृद्धि का प्रतीक है, हरा रंग प्रकृति और जीवन का प्रतीक है, और नीला रंग शांति और समर्पण का प्रतीक है।

पानी का महत्व: धुलेंडी पर पानी का उपयोग बुराइयों को दूर करने और शुभता का स्वागत करने के लिए किया जाता है।

कीचड़ का महत्व: धुलेंडी पर कीचड़ का उपयोग मिट्टी से जुड़ने और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए किया जाता है।

धुलेंडी एक मजेदार और जीवंत त्योहार है जो लोगों को एक साथ लाता है और खुशी और उत्साह का माहौल बनाता है।

SanatanDharm

Mar 25 2024, 08:47

आज का रशिफल,25 मार्च 2024:जानिये राशि के अनुसार आज का दिन आप का कैसा रहेगा...?

मेष - साथियों के साथ सकारात्मक समय बिताएंगे. आवश्यक कार्य लंबित न रखें. परिश्रम से परिणाम बेहतर बनाएंगे. बजट के अनुरूप खर्च बनाए रखेंगे. संतुलित ढंग से बात रखेंगे. वातावरण अनुकूल होगा. उद्योग व्यापार के प्रयास संवरेंगे. महत्वपूर्ण मामलों में धैर्य दिखाएंगे. पेशेवरों का समर्थन रहेगा. नौकरीपेशा अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन करेंगे. व्यवस्थाओं को महत्व देंगे. जोखिम लेने से बचें. लेनदेन में सतर्क रहें. स्वयं पर ध्यान दें. स्वास्थ्य के प्रति सजगता बढ़ाएंगे. मेहनत लगन से आगे बढ़ेंगे.

वृष- सकारात्मकता और सुख सौख्य बढ़ाने वाला समय है. मित्रों के साथ भ्रमण मनोरंजन के अवसर बनेंगे. व्यक्तिगत प्रयासों में आगे रहेंगे. परिवार में परस्पर विश्वास बढ़ेगा. चहुंओर आनंद का वातावरण रहेगा. भ्रमण मनोरंजन के अवसर बढ़ेंगे. सहकर्मियों का विश्वास जीतेंगे. वचन निभाएंगे. लेनदेन में सतर्कता रखेंगे. निजी मामलों में शुभता बढ़ेगी. निरंतरता रखेंगे. ल़़़़क्ष्यों पर फोकस रहेगा. परीक्षा प्रतिस्पर्धा में बेहतर करेंगे. चर्चा संवाद में आगे रहेंगे. विभिन्न प्रयासों में तेजी बनाए रखेंगे.

मिथुन- प्रेम स्नेह के संबंधों को संवारने पर अधिक जोर देंगे. परिवार के साथ समय बीतेगा. निजी विषयों में सक्रियता दिखाएंगे. प्रबंध कार्यां पर फोकस रहेगा. योजनाओं को गति मिलेगी. व्यक्तिगत विषयों रुचि रहेगी. करीबियों की सुनेंगे. रिश्तों में उूर्जा रहेगी. प्रस्तावों को समर्थन मिलेगा. सहजता से आगे बढ़ते रहेंगे. आय बढ़त पर रहेगी. बहस से बचें. शिक्षा संस्कार पर बल देंगे. संबंध बेहतर बनाए रखेंगे. अपनों को समय देंगे. सुख सुविधाओं पर जोर बनाए रखेंगे. भव्यता को बढ़ावा देंगे.

कर्क- सामाजिक संपर्क संवाद में प्रभावशाली बने रहेंगे. व्यवहार और चिंतन का दायरा बड़ा होगा. उत्सव आयोजन में बढ़चढ़कर हिस्सा लेंगे. महत्वपूर्ण बात साझा करेंगे. शुभ सूचनाओं से उत्साहित रहेंगे. नए लोगों से मेलजोल में सहज रहेंगे. जिम्मेदारियां निभाएंगे. बंधुत्व बोध बढ़ेगा. सहोदरों से करीबी बढ़ेगी. रक्त संबंधियों का सहयोग रहेगा. समझ और साहस से काम लें. संवाद पर जोर रहेगा. विवेक विनम्रता से आगे बढ़ेंगे. धैर्य धर्म अपनाएंगे. व्यस्तता रहेगी. बड़ों की सुनेंगे. तेजी रखेंग.

सिंह- श्रेष्ठ प्रयासों से सभी की प्रसन्नता बढ़ाएंगे. घर परिवार में सुखद परिणाम बनेंगे. भव्यता पर जोर बनाए रखेंगे. स्वजनों से भेंट की संभवना रहेगी. शुभ सूचनाओं की प्राप्ति होगी. घर में धनधान्य बढ़त पर बना रहेगा. व्यक्तिगत मामले गति लेंगे. इच्छित सफलता पाएंगे. पारिवारिक मामलों में रुचि बढ़ाएंगे. आकर्षक प्रस्ताव प्राप्त होंगे. रक्त संबंध संवरेंगे. सकियता और साहस रखेंगे. सबको साथ लेकर चलेंगे. मेहमानों का आगमन होगा. परंपरागत कार्यां को आगे बढ़ाएंगे. आयोजनों से जुड़ेंगे.

कन्या- सकारात्मक योजनाओं में सक्रियता बढ़ाएंगे. श्रेष्ठ कार्यां में गति आएगी. उत्सव आयोजन में शामिल होंगे. भव्यता और कलात्मकता को बल मिलेगा. रचनात्मक कार्यां से जुड़ेंगे. आत्मविश्वास उूंचा रहेगा. सभ्यता संस्कार बढ़ेंगे. विविध प्रयासों को गति देंगे. योजनाएं आगे बढ़ेंगी. इच्छित वस्तु की प्राप्ति होगी. साहस पराक्रम से आगे बढ़ेंगे. विभिन्न कार्यां को आगे बढ़ाएंगे. रचनात्मक कार्यां से जुड़ेंगे. महत्वपूर्ण विषय गति लेंगे. शुभता का संचार रहेगा. लक्ष्य की ओर अग्रसर रहें.

तुला- करीबियों को सरप्राइज दे सकते हैं. संबंधों पर जोर बनाए रखेंगे. मेलजोल बढ़ा हुआ रह सकता है. निवेश पर ध्यान देंगे. निजी मामलों में रुचि रहेगी. श्रेष्ठजनों से भेंट होगी. कामकाजी अवसर बने रहेंगे. योजनाओं को गति मिलेगी. दिखावे में न आएं. लेनदेन में नियंत्रण बनाए रखेंगे. करीबियों का भरोसा जीतेंगे. बड़ी सोच से काम लें. रुटीन रखेंगे. रिश्तों को बखूबी निभाने का प्रयास रखेंगे. अपनों के लिए अधिकाधिक करने का भाव रखेंगे. विनम्रता बनाए रहेंगे.

वृश्चिक- चहुंओर श्रेष्ठ प्रदर्शन बनाएं रहेंगे. भव्य आयोजनों में प्रमुखता से शामिल होंगे. कार्य व्यापार सहजता बनाए रखेंगे. बहुमुखी प्रदर्शन बनाए रखेंगे. इच्छित हितलाभ की संभावना रहेगी. विस्तार के अवसर बढ़ेंगे. आय के स्त्रोत बढ़ेंगे. कामकाजी सहजता रहेगी. लक्ष्य पर फोकस बढ़ाएंगे. लंबित मामलों में गति बनाएंगे. नवीन विषयों में गति आएगी. सहजता से कार्य पूरे करेंगे. पेशेवर प्रयासों को आगे बढ़ाएंगे. रिश्तों में नई उूर्जा का संचार होगा. करियर व्यापार में सक्रियता रखेंगे. महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे.

धनु-महत्वपूर्ण कार्या को तेजी से पूरा करेंगे. सबसे सहयोग सहकार रखेंगे. प्रेम सद्भाव बढ़ाएंगे. मेलजोल का प्रयास होगा. बड़ों के सहयोग से सभी क्षेत्रो में बेहतर प्रदर्शन करेंगे. उत्साह से आगे बढ़ते रहेंगे. प्रबंधन संवरेगा. अवसरों को भुनाएंगे. आर्थिक लक्ष्यों को साधने में सफल होंगे. इच्छित उपलब्धियों को प्राप्त करेंगे. प्रतिभा संवार पाएगी. लक्ष्यों को पूरा करेंगे. योग्यता प्रदर्शन उम्मीद के अनुरूप रहेगा. करियर कारोबार के मामले सधेंगे. पेशेवर गतिविधियों से जुड़ेंगे. साझा संबंध में सुधार होगा

 मकर- सबके सहयोग से भाग्य पक्ष मजबूत होगा. निजी मामलों में ध्यान बनाए रखेंगे. मान प्रतिष्ठा को बल मिलेगा. लोगों को जोड़ने में सफल होंगे. सबके साथ भव्यता से रहेंगे. धार्मिक कार्यां में मनोयोग से भाग लेंगे. उत्सव आनंद बना रहेगा. मित्रों और सहकर्मियों का साथ पाएंगे. वरिष्ठों से भेंट होगी. प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी. लेनदेन में सहजता बढ़ाएंगे. यात्रा की संभावना बढ़ेगी. सक्रिय रहें. लक्ष्य तेजी से पूरे होंगे. इच्छित कार्य बनेंगे. व्यक्तिगत मामले गति लेंगे. आस्था अध्यात्म में रुचि बढे़गी.

कुंभ- आवश्यक कार्यां में गति बनाए रखें. परिजनों संग स्नेह आनंदमय समय बिताएंगे. लक्ष्यगत तैयारी बढ़ाएंगे. तर्क विवाद और अनिर्णय की स्थिति से बचें. सजगता से कार्य सधेंगे. नीति धर्म का पालन करें. निजी विषय पक्ष में रहेंगे. परंपराओं को निभाएंगे. खानपान और सेंहत देखें. स्वास्थ्य संकेतों के प्रति सजगता बनाए रहें. भावुकता में न आएं. चर्चा संवाद में विनम्र रहें. व्यवस्था पर भरोसा रखें. कार्यां में निरंतरता दिखाएं. सरलता सहजता बनाए रहेंगे. कामकाज पर फोकस बढ़ाएंगे.

मीन- चहुंओर सकारात्मक वातावरण बना रहेगा. निजी संबंध बेहतर बनाए रखेंगे. भव्यता और सभ्यता पर बल देंगे. परिवार में सुख सुविधाएं बढ़़ेगी. अपनों के साथ उत्सव मनाएंगे. कामकाजी मामलों में उत्साह रखेंगे. भूमि भवन के मामले गति लेंगे. स्थायित्व को बल मिलेगा. सक्रियता बनी रहेगी. बड़प्पन से काम लेंगे. दाम्पत्य में मधुरता बढ़ेगी. नेतृत्व बेहतर बना रहेगा. प्रबंधन व पैतृक पक्ष से लाभ मिलेगा. सक्रियता और साहस रखेंगे. साझीदारों के मध्य समन्वय रहेगा.

SanatanDharm

Mar 25 2024, 08:45

आज का पंचांग- 25 मार्च 2024:पंचांग के अनुसार आज का मुहूर्त और ग्रहयोग

विक्रम संवत - 2080, अनला

शक सम्वत - 1945, शोभकृत

पूर्णिमांत - फाल्गुन

अमांत - फाल्गुन

तिथि

शुक्ल पक्ष पूर्णिमा- मार्च 24 09:55 AM- मार्च 25 12:30 PM

कृष्ण पक्ष प्रतिपदा- मार्च 25 12:30 PM- मार्च 26 02:55 PM

नक्षत्र

उत्तर फाल्गुनी - मार्च 24 07:34 AM- मार्च 25 10:37 AM

हस्त - मार्च 25 10:37 AM- मार्च 26 01:33 PM

योग

वृद्धि - मार्च 24 08:34 PM- मार्च 25 09:30 PM

ध्रुव - मार्च 25 09:30 PM- मार्च 26 10:17 PM

त्योहार और व्रत

सत्य व्रत

चैतन्य महाप्रभु जयंती

पूर्णिमा

होली

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय - 6:29 AM

सूर्यास्त - 6:36 PM

चन्द्रोदय - मार्च 25 6:48 PM

चन्द्रास्त - मार्च 26 6:53 AM

अशुभ काल

राहू - 8:00 AM- 9:31 AM

यम गण्ड - 11:01 AM- 12:32 PM

गुलिक - 2:03 PM- 3:34 PM

दुर्मुहूर्त - 12:56 PM- 01:45 PM, 03:22 PM- 04:10 PM

वर्ज्यम् - 08:02 PM- 09:50 PM

शुभ काल

अभिजीत मुहूर्त - 12:08 PM- 12:56 PM

अमृत काल - None

ब्रह्म मुहूर्त - 04:52 AM- 05:40 AM

शुभ योग

सर्वार्थसिद्धि योग - मार्च 24 07:34 AM - मार्च 25 06:29 AM (उत्तराफाल्गुनी और रविवार)

SanatanDharm

Mar 24 2024, 10:55

होलिका दहन पर पूरे दिन रहेगा भद्रा का अशुभ साया, मिलेगा पूजन के लिए सिर्फ इतना समय

 होलिका दहन पर किसी वृक्ष की शाखा को जमीन में गाड़ कर उसे चारों तरफ से लकड़ी कंडे उपले से घेर कर निश्चित मुहूर्त में जलाया जाता है इस बार होलिका 24 मार्च, सोमवार को किया जाएगा 24 मार्च को भद्रा सुबह में 9 बजकर 24 मिनट से लेकर रात 10 बजकर 27 मिनट तक रहेगी इसलिए, उस दिन रात्रि में 10 बजकर 27 मिनट के बाद ही होलिका दहन किया जा सकता है

आचार्य पंडित सुधांशु तिवारी

प्रश्न कुण्डली विशेषज्ञ/ ज्योतिषाचार्य 

इस साल रंगों का पर्व होली पूरे हर्षोल्लास के साथ 25 मार्च, सोमवार को मनाया जाएगा लेकिन, होली के ठीक एक दिन पहले फाल्गुन मास की पूर्णिमा पर पूरे दिन भर भद्रा होने की वजह से होलिका दहन 24 मार्च को रात में ही किया जा सकेगा आइए जानते हैं ज्योतिषियों के मुताबिक क्या है होलिका दहन का सही समय और अलग-अलग 12 राशियों के जातक अपने राशियों के मुताबिक रंगों का चयन करके किस तरह से अपना जीवन सुखमय बना सकते हैं? 

होलिका दहन का शुभ मुहूर्त

ज्योतिषी पंडित सुधांशु तिवारी जी ने बताया कि इस वर्ष 24 मार्च को होलिका दहन किया जाएगा लेकिन, फाल्गुन की पूर्णिमा में भद्रा के बाद ही होलिका दहन का विधान होता है 24 मार्च को भद्रा सुबह में 9 बजकर 24 मिनट से लेकर रात 10 बजकर 27 मिनट तक रहेगी इसलिए, उस दिन रात्रि में 10 बजकर 27 मिनट के बाद ही होलिका दहन किया जा सकता है

होलिका दहन पूजन विधि

होलिका दहन करने वाले व्यक्ति को सर्वहित में सबका प्रतिनिधि बनकर संकल्प करना चाहिए और यह कामना करें कि सभी के पापों का नाश हो ज्योतिषी वेद प्रकाश मिश्रा ने बताया कि पूर्णिमा की समाप्ति पर अगले दिन सूर्योदय यानी प्रतिपदा के साथ ही रंग खेला जा सकता है सूर्योदय से लेकर दोपहर के पहले तक रंग खेला जाना चाहिए फिर, सायंकाल नए वस्त्र पहनकर होलिका के धुनि का वंदन करें फिर घर में देवी देवता और पितरों के चित्र पर अबीर या रंग अर्पित करके, अपने बड़ों को जाकर अबीर गुलाल लगाकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करें

ज्योतिषी पंडित सुधांशु तिवारी के अनुसार 12 राशियां करें इस तरह का रंगों का चयन

12 राशियों के मुताबिक, होली पर रंगों का चयन करके होली खेलने के बारे में ज्योतिषाचार्य वेद पंडित सुधांशु तिवारी ने बताया कि-

1. मेष राशि वाले जातक लाल रंग से होली खेलें

2. वृष राशि वाले श्वेत या हल्के पीले रंग से होली खेल सकते हैं 

3. मिथुन राशि वाले हरे रंग से होली खेलें तो लाभदायक होगा

4. कर्क राशि वाले केसरिया रंग से खेलें

5. सिंह वाले लाल रंग से होली खेलें

6. कन्या और तुला वाले हरे रंग से होली खेलें

7. वृश्चिक राशि वाले लाल रंग से होली खेलें

8. धनु राशि वाले पीले रंग से होली खेलें

9. मकर, कुंभ और मीन राशि वाले गाढ़े नीले या हल्के काले रंग से होली खेलें, लाभदायक होगा

उन्होंने बताया कि इन्हीं रंगों के मुताबिक, अलग-अलग राशि वाले वस्त्रों को भी पहनकर अपने जीवन में ग्रहों के प्रभाव को कम करते हुए सुख शांति ला सकते हैं उन्होंने बताया कि राशियों के स्वामी के मुताबिक, वस्त्रों को पहनने या उन रंगों को खेलने से आपके जीवन में ग्रहों की अनुकूलता प्राप्त होगी जिनके लिए तमाम उपाय किए जाते हैं, वह उपाय बैठे-बैठे हो जाएंगे मात्र अपनी राशि के मुताबिक रंग खेलने से

100 साल बाद होली और चंद्र ग्रहण एक साथ

इस वर्ष होली पर चंद्र ग्रहण का भी साया रहेगा। चंद्र ग्रहण 25 मार्च को सुबह 10:23 बजे शुरू होगा और दोपहर 3:02 बजे तक रहेगा। यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।

24 मार्च को भद्रा कब से कब तक

भद्रा पूंछ- शाम 06 बजकर 33 मिनट से रात्रि 07 बजकर 53 मिनट तक

भद्रा मुख- रात्रि 07 बजकर 53 मिनट से रात्रि 10 बजकर 06 मिनट तक

होलिका दहन पर भद्रा का साया

इस वर्ष होलिका दहन 24 मार्च, सोमवार को किया जाएगा,लेकिन होलिका दहन के दिन भद्रा साया रहेगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भद्राकाल को शुभ नहीं माना जाता है और इस दौरान किसी भी तरह का पूजा-पाठ व शुभ काम करना वर्जित होता है। पंचांग के मुताबिक 24 मार्च को सुबह से भद्राकाल लग जाएगी। इस दिन भद्रा का प्रारंभ सुबह 09 बजकर 54 मिनट से हो रही है, जो रात 11 बजकर 13 मिनट तक रहेगी। इस तरह से भद्राकाल की समाप्ति के बाद ही होलिका दहन किया जा सकता है।

होली का पौराणिक महत्व

फाल्गुन मास की पूर्णिमा को बुराई पर अच्छाई की जीत को याद करते हुए होलिका दहन किया जाता है कथा के अनुसार, असुर हिरण्यकश्यप का पुत्र प्रह्लाद भगवान विष्णु का परम भक्त था, लेकिन यह बात हिरण्यकश्यप को बिल्कुल अच्छी नहीं लगती थी बालक प्रह्लाद को भगवान की भक्ति से विमुख करने का कार्य उसने अपनी बहन होलिका को सौंपा, जिसके पास वरदान था कि अग्नि उसके शरीर को जला नहीं सकती भक्तराज प्रह्लाद को मारने के उद्देश्य से होलिका उन्हें अपनी गोद में लेकर अग्नि में प्रविष्ट हो गई लेकिन प्रह्लाद की भक्ति के प्रताप और भगवान की कृपा के फलस्वरूप खुद होलिका ही आग में जल गई अग्नि में प्रह्लाद के शरीर को कोई नुकसान नहीं हुआ तब से होली के पहले दिन होलिका दहन किया जाता है

होलिका दहन की रात करें ये सिद्ध उपाय, पलटेगी आपकी किस्मत, मिलेगी नई नौकरी और चमकेगा कारोबार

तंत्र शास्त्र के अनुसार, होलिका दहन की रात को करने के लिए कुछ टोटके व उपाय बताए गए हैं। इन उपायों को करने धन में वृद्धि हो सकती है

धन में वृद्धि के लिए करें ये उपाय

अगर आप आर्थिक तंगी से परेशान हो तो आप लोग होलिका दहन की अग्नि की बची हुई राख को घर लाकर लाल कपड़े में बांध लें और फिर उसको धन रखने के स्थान जैसे अलमारी या तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से धन में वृद्धि के योग बनेंगे। साथ ही धन आगमन के नए मार्ग बनेंगे।

मनोकामना पूर्ति के लिए

अगर आपका कोई कार्य रुका हुआ हो तो आप लोग होलिका दहन के समय 7 पान के पत्ते ले लें। इसके बाद होलिका दहन की 7 बार परिक्रमा करें और हर परिक्रमा करते समय 1 पत्ता होलिका दहन की अग्नि में डाल दें। इस तरह 7 परिक्रमा के 7 पत्ते होलिका दहन में जाएंगे। ऐसा करने से आपकी सभी मनोकामना पूरी हो सकती हैं। साथ ही जीवन में संपन्नता बनी रहेगी।

कारोबार में वृद्धि के लिए करें ये उपाय

यदि कारोबार या जॉब में तरक्की न हो रही हो तो 21 गोमती चक्र लेकर होली दहन के दिन रात्रि में शिवलिंग पर चढा दें। ऐसा करने से व्यापार और नौकरी में तरक्की मिलेगी। साथ ही व्यापार में अच्छा धनलाभ होगा। 

होलिका बनेंगे रुके हुए कार्य

होली की रात्रि को सरसों के तेल का चौमुखी दीपक जलाकर पूजा करें व भगवान से सुख – समृद्धि की प्रार्थना करें। ऐसा करने से आपके काम बनने लगेंगे। साथ ही जीवन में सुख- शांति बनी रहेगी। 

होलिका की अग्नि में करें नारियल अर्पित

अगर धन कमाने के बाद भी धन की सेविंग नहीं हो पा रही तो आप होल‍िका की अग्नि में नारियल अर्पित करें। ऐसा करने से धन की तंगी दूर हो सकती है। साथ ही जलती होली में नारियल के साथ पान और सुपारी भी चढ़ाएं। ऐसा करने से धन में वृद्धि होने की मान्यता है।

नई बहू ससुराल में क्यों नहीं मनाती पहली होली? जानें इसके पीछे का कारण

 होलिका एक दिव्य वस्‍त्र को ओढ़कर प्रह्लाद को जलाने के लिए आग में जा बैठी थी, जैसे ही प्रह्लाद ने भगवान विष्णु के नाम का जाप किया, होलिका का अग्निरोधक वस्त्र प्रह्लाद के ऊपर आ गया और वह बच गया, जबकि होलिका भस्म हो गई कहते हैं कि जिस दिन होलिका ने आग में बैठने का काम किया, अगले दिन उसका विवाह भी होना था

होली का त्योहार है और जब चारों दिशाएं इसी रंग में रंगी हुई हैं तो याद आता है कि इस पर्व की वजह भी तो किसी की करुण पुकार ही है एक बच्चे की पुकार जो महज 11 या 12 साल का रहा होगा प्रह्लाद नाम था उसका दैत्यकुल में जन्मा था ऐसा कुल, जिसकी खानदानी परंपरा ही थी विष्णु से विद्रोह, देवताओं से ईर्ष्या, मनुष्यता से बैर और सत्कर्मों से दूरी इसी प्रह्लाद का पिता था दैत्यराज हिरण्यकश्यप

हिरण्यकश्यप ने ब्रह्मा जी से वरदान मांगा था कि न उसे कोई मानव मार सके, और न ही कोई पशु, न रात और न ही दिन में उसकी मृत्यु हो, उसे कोई भी न घर के भीतर और न बाहर मार सके इतना ही नहीं, उसने ये भी मांगा कि न धरती पर और न ही आकाश में, न किसी अस्त्र से और किसी शस्त्र से उसकी मृत्यु हो

हिरण्यकश्यप के घर जब प्रह्लाद का जन्म हुआ तो वह बचपन से ही विष्णुभक्त निकला यह कथा, भागवत पुराण के सप्तम स्कन्ध में वर्णित है हिरण्यकश्यप और उसके पुत्र प्रह्लाद की ये कहानी न केवल एक धार्मिक गाथा है, बल्कि इसमें निहित निःस्वार्थ भक्ति और बुराई पर अच्छाई की विजय का संदेश, आज के विचलित समाज को ईश्वर की मौजूदगी और उसके न्याय के प्रति अधिक विश्वास दिलाता है

जैसे-जैसे प्रह्लाद बड़ा होता गया, उसके जन्म के संस्कार और अधिक प्रबल होते चले गए वह पूरी तरह विष्णुभक्त बन गया दैत्यराज हिरण्यकश्यप ने अपने पुत्र और श्रीहरि के परमभक्त प्रह्लाद पर भीषण अत्याचार किए वह चाहता था कि प्रह्लाद अपने पिता यानी खुद हिरण्यकश्यप की पूजा करे लेकिन प्रह्लाद विष्णुभक्त थे उनके मुंह से आठों पहर श्रीहरि का नाम निकलता था जिससे हिरण्यकश्यप नाराज हो गया उसने अपने बेटे प्रह्लाद को हाथी के पैरों के नीचे कुचलवाने की कोशिश की, उसे जहर दिया, सर्पों से भरे तहखाने में बंद कर दिया, ऊंचाई से फिंकवा दिया, जंजीरों में बांधकर पानी में डुबा दिया लेकिन प्रह्लाद हर बार बच गए

ऐसे भस्म हुई थी होलिका

फिर हिरण्यकश्यप ने होलिका के साथ मिलकर प्रह्लाद को मारने की योजना बनाई होलिका हिरण्यकश्यप की बहन थी और उसका विवाह असुर विप्रचीति से हुआ था एक बार, हिरण्यकश्यप की बहन होलिका ने प्रह्लाद को मारने के लिए अपने भाई का साथ दिया भागवत कथा और विष्णु पुराण के अनुसार, होलिका को ब्रह्माजी से वरदान में ऐसा वस्‍त्र मिला था जो कभी आग से जल नहीं सकता था बस होलिका उसी वस्‍त्र को ओढ़कर प्रह्लाद को जलाने के लिए आग में जाकर बैठ गई, जैसे ही प्रह्लाद ने भगवान विष्णु के नाम का जाप किया, होलिका का अग्निरोधक वस्त्र प्रह्लाद के ऊपर आ गया और वह बच गया, जबकि होलिका भस्म हो गई मान्यता है, कि तब से ही बुराई पर अच्छाई की जीत के उत्साह स्वरूप सदियों से हर वर्ष होलिका दहन मनाया जाता है होलिका दहन की कथा पाप पर धर्म की विजय का प्रतीक है

नई बहु क्यों नहीं देखती होलिका दहन?

कई लोक कथाओं में होलिका की इसी कहानी का एक और स्वरूप मिलता है. कहते हैं कि जिस दिन होलिका ने आग में बैठने का काम किया, अगले दिन उसका विवाह भी होना था उसके होने वाली पति का नाम इलोजी बताया जाता है लोक कथा के मुताबिक, इलोजी की मां जब बेटे की बारात लेकर होलिका के घर पहुंची तो उन्होंने उसकी चिता जलते दिखी अपने बेटे का बसने वाला संसार उजड़ता देख वह बेसुध हो गईं और उन्होंने प्राण त्याग दिए बस तभी से ये प्रथा चला आ रही है कि नई बहू को ससुराल में पहली होली नहीं देखनी चाहिए इसीलिए वह होली से कुछ दिन पहले मायके आ जाती हैं

आचार्य पंडित सुधांशु तिवारी

प्रश्न कुण्डली विशेषज्ञ/ ज्योतिषाचार्य

सम्पर्क सूत्र- 9005804317

SanatanDharm

Mar 24 2024, 08:42

आज का रशिफल,24 मार्च 2024:जानिए राशि के अनुसार आज आप का दिन कैसा रहेगा...?

मेष दैनिक राशिफल (Aries Horoscope Today)

आज आप अपने को स्वस्थ महसूस करेंगे। साथ ही आज आपको कोई विशेष पद या दायित्व कार्यक्षेत्र में मिल सकता है। नौकरी में यदि प्रयास कर रहे हैं, तो आज आपको सफलता मिलना निश्चित है। व्यापार-व्यवसाय में अपनों का आर्थिक सहयोग मिलेगा, आय के नए स्रोत बनेंगे। परिवार के साथ कहीं बाहर घूमने-फिरने जा सकते हैं।

वृषभ दैनिक राशिफल (Taurus Horoscope Today)

आज का दिन अत्यधिक परिश्रम वाला रहेगा। कार्यक्षेत्र में आपको आज अत्यधिक परिश्रम करना पड़ेगा, इस कारण स्वास्थ्य में कुछ परेशानी उत्पन्न हो सकती हैं। व्यापार-व्यवसाय में अपने साझेदारों से सतर्क रहें, आपके साथ धोखा हो सकता है। वाणी पर संयम रखें, परिवार के साथ संबंध मधुर रखने का प्रयास करें।

मिथुन दैनिक राशिफल (Gemini Horoscope Today)

आज का दिन आपका सामान्य रहेगा। परिवार में किसी अपने की चिंता बनी रहेगी। आप अत्यधिक कार्य के कारण शारीरिक थकावट व मानसिक चिंता से परेशान रह सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय में घाटा लग सकता है, कोई नया कार्य शुरू न करें। परिवार में पत्नी से मतभेद बढ़ सकते हैं। किसी कार्य विशेष के लिए आपसी विवाद की स्थिति बन सकती है।

कर्क दैनिक राशिफल (Cancer Horoscope Today)

आज का दिन आपका बहुत अच्छा रहने वाला है। आप किसी विशेष कार्य को लेकर बाहर की यात्रा पर जा सकते हैं। न्यायालय पक्ष में विजय प्राप्त होगी। व्यापार-व्यवसाय में आय के नए स्रोत बनेंगे, परिवार में मान-सम्मान बढ़ेगा। वह कोई बड़ा डिसीजन आज परिवार के हित में आप ले सकते हैं।

सिंह दैनिक राशिफल (Leo Horoscope Today)

आज आप कुछ परेशानियों में उलझ सकते हैं। शारीरिक थकावट वह मानसिक परेशानियों से आप खुद को परेशान महसूस करेंगे। आज घर में या परिवार में कोई अप्रिय घटना घट सकती है। व्यापार-व्यवसाय में अपनों से धोखा मिल सकता है। कोई बड़ी रकम किसी अपरिचित व्यक्ति को न दें, नहीं तो हानि उठानी पड़ सकती है। परिवार में पैतृक संपत्ति को लेकर मतभेद हो सकते है। वाहन आदि के प्रयोग में सावधानी बरतें।

कन्या दैनिक राशिफल (Virgo Horoscope Today)

आज आपका दिन सफल रहेगा। नौकरी आदि के लिए यदि प्रयास कर रहे हैं, तो आज आपको सफलता मिलेगी। स्वास्थ्य आपका ठीक रहेगा, परंतु परिवार में माता-पिता का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। व्यापार-व्यवसाय में कोई बड़ी मदद आर्थिक तौर पर आज आपको मिल सकती है, जिससे आपका व्यापार लाभान्वित होगा। परिवार में पुराना कोई विवाद खत्म होने से शानदार माहौल रहेगा।

तुला दैनिक राशिफल (Libra Horoscope Today)

आज आपका कोई महत्वपूर्ण कार्य न होने से आप मानसिक तौर से परेशान रह सकते हैं। आर्थिक स्थिति के कारण आपको किसी से मदद मांगना पड़ सकती है। व्यापार-व्यवसाय में भी इस समय गिरावट महसूस होगी। साथ ही परिवार में कोई अप्रिय घटना घट सकती है, जिस कारण परिवार का माहौल खराब होगा।

वृश्चिक दैनिक राशिफल (Scorpio Horoscope Today)

आज के दिन अत्यधिक भागदौड़ के कारण शारीरिक दृष्टि से आप परेशान होंगे। साथ ही मौसम के कारण स्वास्थ्य बिगड़ सकता है। आज कोई विशिष्ट व्यक्ति से मुलाकात होने से आपको आर्थिक तौर से लाभ हो सकता है। व्यापार-व्यवसाय में बड़ा निवेश आज न करें। परिवार को लेकर कोई बड़ी उलझन आज आपके सामने आ सकती है।

धनु दैनिक राशिफल (Sagittarius Horoscope Today)

धनु - आज के दिन आपका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है आप किसी षड्यंत्र का शिकार हो सकते हैं व्यापार-व्यवसाय में हानि उठाना पड़ेगी कोई नया कार्य यदि शुरू करना चाहते हैं तो यह समय उपयुक्त नहीं है परिवार में संपत्ति को लेकर विवाद का माहौल बनेगा आप अपने मान सम्मान में गिरावट महसूस करेंगे वाहन आदि के चलाने में सतर्कता रखें दुर्घटना हो सकती है।

मकर दैनिक राशिफल (Capricorn Horoscope Today)

आज का दिन आपका सामान्य रहेगा। स्वास्थ्य में लाभ महसूस करेंगे। किसी अपने का दुखद समाचार प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय में हानि उठाना पड़ सकती है। कोई नया वाहन आदि आज न लें, नया कार्य शुरू न करें। परिवार में मतभेद की स्थिति पर वाद-विवाद से दूर रहें, वाणी पर संयम रखें।

कुंभ दैनिक राशिफल (Aquarius Horoscope Today)

आज आपका दिन अच्छा रहेगा, स्वास्थ्य में कुछ गिरावट महसूस हो सकती है। मौसम के चलते अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। खानपान पर नियंत्रण रखें, आज आप व्यापार-व्यवसाय में बड़ा जोखिम न उठाएं। किसी को बड़ी धनराशि उधार के रूप में न दें। शेयर मार्केट आदि में बड़ा निवेश न करें। वाहन आदि का उपयोग संभाल कर करें, परिवार से मतभेद दूर होंगे।

मीन दैनिक राशिफल (Pisces Horoscope Today)

आज आप वाहन आदि का प्रयोग संभाल कर करें, नहीं तो दुर्घटना घट सकती है। स्वास्थ्य को लेकर आज आप परेशान रह सकते हैं। परिवार में कोई दुखद समाचार प्राप्त होगा। व्यापार-व्यवसाय में शत्रुओं के कारण आपको हानि उठानी पड़ सकती है। आर्थिक स्थिति में गिरावट आएगी। कार्यक्षेत्र में आज परिवर्तन करना आपके लिए ठीक नहीं रहेगा। परिवार में अपनों का सहयोग मिलेगा। इन्हीं बातों को लेकर थोड़ा-बहुत मतभेद हो सकता है।

SanatanDharm

Mar 24 2024, 08:39

आज का पंचांग- 24 मार्च 2024:पञ्चाङ्ग के अनुसार जानिए आज का मुहूर्त और ग्रहयोग

विक्रम संवत - 2080, अनला

शक सम्वत - 1945, शोभकृत

पूर्णिमांत - फाल्गुन

अमांत - फाल्गुन

तिथि

शुक्ल पक्ष चतुर्दशी - 09:54 ए एम तक

नक्षत्र

पूर्वाफाल्गुनी - 07:34 ए एम तक

योग

गण्ड - 08:34 पी एम तक

सूर्य और चंद्रमा का समय

सूर्योदय - 6:21 AM

सूर्यास्त - 6:34 PM

चन्द्रोदय - 5:00 PM

अशुभ काल

राहू - 05:03 पी एम से 06:35 पी एम

यम गण्ड - 12:27 पी एम से 01:59 पी एम

कुलिक - 03:31 पी एम से 05:03 पी एम   

दुर्मुहूर्त - 04:57 पी एम से 05:46 पी एम

वर्ज्यम् - 03:41 पी एम से 05:29 पी एम

शुभ काल

अभिजीत मुहूर्त - 12:09 PM- 12:57 PM

अमृत काल - 12:20 ए एम, मार्च 24 से 02:08 ए एम, मार्च 24

ब्रह्म मुहूर्त - 04:56 AM- 05:44 AM

शुभ योग

सर्वार्थ सिद्धि योग- 07:34 ए एम से 06:19 ए एम, मार्च 25

SanatanDharm

Mar 24 2024, 08:37

आज होलिका दहन,हिंदू धर्म में इसे बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना गया है

प्रस्तुति:- विजय गोप

 होली एक सांस्कृतिक, धार्मिक और पारंपरिक त्योहार है। पूरे भारत में इसका अलग ही जश्न और उत्साह देखने को मिलता है। होली भाईचारे, आपसी प्रेम और सद्भावना का त्योहार है। इस दिन लोग एक दूसरे को रंगों में सराबोर करते हैं।

भारत बर्ष में होली हिंदू धर्म का प्रमुख पर्व है। बसंत का महीना लगने के बाद से ही इसका इंतजार शुरू हो जाता है। फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा की रात होलिका दहन किया जाता है और इसके अगले दिन होली मनाई जाती है। हिंदू धर्म के अनुसार होलिका दहन को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना गया है। होली एक सांस्कृतिक, धार्मिक और पारंपरिक त्योहार है। पूरे भारत में इसका अलग ही जश्न और उत्साह देखने को मिलता है। होली भाईचारे, आपसी प्रेम और सद्भावना का त्योहार है। इस दिन लोग एक दूसरे को रंगों में सराबोर करते हैं। घरों में गुझिया और पकवान बनते हैं। लोग एक दूसरे के घर जाकर रंग-गुलाल लगाते हैं और होली की शुभकामनाएं देते हैं। 

पूर्णिमा तिथि....

फाल्गुन पूर्णिमा को होलिका दहन और इसके अगले दिन होली मनाई जाती है। इस साल फाल्गुन पूर्णिमा तिथि 24 मार्च को सुबह 09 बजकर 54 मिनट से शुरू होगी। वहीं इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 25 मार्च को दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर होगा।

होलिका दहन का मुहूर्त

24 मार्च को होलिका दहन है। इस दिन होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त देर रात 11 बजकर 13 मिनट से लेकर 12 बजकर 27 मिनट तक है। ऐसे में होलिका दहन के लिए आपको कुल 1 घंटे 14 मिनट का समय मिलेगा।

होलिका के अगले दिन होली मनाई जाती है, इसलिए इस साल 25 मार्च को होली है। इस दिन देशभर में धूमधाम से होली मनाई जाएगी।

होलिका दहन पूजा की विधि

होलिका दहन की पूजा करने के लिए सबसे पहले स्नान करना जरूरी है।

स्नान के बाद होलिका की पूजा वाले स्थान पर उत्तर या पूरब दिशा की ओर मुंह करके बैठ जाएं।

पूजा करने के लिए गाय के गोबर से होलिका और प्रहलाद की प्रतिमा बनाएं।

वहीं पूजा की सामग्री के लिए रोली, फूल, फूलों की माला, कच्चा सूत, गुड़, साबुत हल्दी, मूंग, बताशे, गुलाल नारियल, 5 से 7 तरह के अनाज और एक लोटे में पानी रख लें।

इसके बाद इन सभी पूजन सामग्री के साथ पूरे विधि-विधान से पूजा करें। मिठाइयां और फल चढ़ाएं।होलिका की पूजा के साथ ही भगवान नरसिंह की भी विधि-विधान से पूजा करें और फिर होलिका के चारों ओर सात बार परिक्रमा करें। जय श्री कृष्णा ।

SanatanDharm

Mar 23 2024, 08:27

कुंडली में हों ऐसे योग तो संन्यासी बनकर नाम और यश पाएंगे,।


प्रस्तुति:-विजय गोप

गीता में कहा गया है कि मनुष्य अपने पूर्वजन्म के कर्मों से वर्तमान जीवन को पाता है और अलग-अलग क्षेत्रों से जुड़कर सफलता प्राप्त करता है। कुछ लोग आध्यात्मिक जगत से जुड़कर भी महान और प्रसिद्ध हो जाते हैं ओशो, रामकृष्ण परमहंस, श्री श्री रविशंकर भी ऐसे ही लोगों में से हैं। दरअसल इन सब के पीछे उनकी जन्मपत्री में मौजूद ग्रहों की खास स्थिति होती है जो संन्यास योग बनाकर मनुष्य को आध्यात्मिक जगत में महान और सफल बना देती। 

ज्योतिषशास्त्री ‘सचिन मल्होत्रा’ बताते हैं कि अगर आपकी जन्मपत्री में भी ऐसे योग हैं तो समझ लीजिए आप भी भौतिक जगत से अलग आध्यात्म की दुनिया में अपनी पहचान बनाने में सफल होंगे।

ओशो और गौतम बुद्ध की कुंडली में था यह योग

यदि जन्म कुंडली में चार या चार से अधिक ग्रह किसी भाव में एकत्र हों तो प्रबल संन्यास योग बनता है। इस योग में यदि कोई ग्रह सूर्य से अस्त न हो तथा दशमेश भी इस योग में सम्मलित हो जाए तो जातक विश्व प्रसिद्ध आध्यात्मिक व्यक्ति हो सकता है। भगवान गौतम बुद्ध की कर्क लग्न की कुंडली में दशम भाव में पांच ग्रह संन्यास योग निर्मित कर रहे थे। आचार्य रजनीश (ओशो ) की वृषभ लग्न की कुंडली में अष्टम भाव में पांच ग्रह मिल कर संन्यास योग बना रहे थे। इन दोनों महापुरुषों की कुंडली में दशमेश भी इस संन्यास योग में सम्मिलत था।

स्वामी रामकृष्ण परमहंस की कुंडली में था यह योग

चन्द्रमा यदि शनि या मंगल के द्रेष्काण में होकर मात्र शनि से दृष्ट हो तो भी जातक संन्यासी हो सकता है। यदि चन्द्रमा शनि या मंगल के नवांश में हो कर शनि से दृष्ट हो तब भी संन्यास योग बनता है। यह योग स्वामी रामकृष्ण परमहंस की कुंडली में बन रहा था।

चंद्रमा हो यदि इस स्थिति में

कर्क, धनु या मीन लग्न में शनि लग्न, गुरु और चंद्र तीनों को अपनी दृष्टि से प्रभावित करे तो संन्यास योग बनता है। इन लग्नों में यदि गुरु नवम भाव में स्थित हो तथा शनि लग्न को देखे तो भी संन्यास योग बनता है।

श्री अरविंदो की कुंडली का योग

पंचमेश और नवमेश की युति व्यक्ति को ज्ञान मार्ग से चेतना के विकास की ओर ले कर जाती है। श्री अरविंदो की कर्क लग्न की कुंडली में पंचमेश मंगल और नवमेश गुरु की लग्न में बन रही युति ने उन्हें एक उच्च कोटि का आध्यात्मिक चिंतन और लेखक बनाया।

ऐसे जातक करते हैं गहन साधना

चन्द्रमा का राशि स्वामी यदि मात्र शनि से दृष्ट हो या वह केवल शनि को देखे तो भी संन्यास योग होता है। इस योग में यदि नवमेश और पंचमेश भी बलवान हों तो जातक गहन साधना और एकांत के लिए लालायित रहता है।

मोक्ष पाने की इच्‍छा रखते हैं ऐसे जातक

लग्न के बाहरवें घर में केतु मात्र शुभ ग्रहों, विशेषकर गुरु, से दृष्ट हों तब जातक मोक्ष पाने की इच्छा रखता है। यह योग मृत्यु के बाद जातक की आत्मा के उच्च योनियों में जाने का ज्योतिषीय संकेत है। कारकांश लग्न से बाहरवें घर में केतु यदि शुभ ग्रहों से देखा जाये तो जातक उच्च कोटि की साधना करने का इच्छुक होता है।

स्वामी प्रभुपाद जी की कुंडली थी ऐसी

सूर्य और गुरु की युति धार्मिक स्थानों में सेवा करने या पूजा स्थलों के निर्माण का एक अति महत्वपूर्ण ज्योतिषीय योग है। यह योग मकर लग्न की स्वामी प्रभुपाद जी की कुंडली में था जिन्होंने पिछली सदी में अनेक राधा-कृष्ण मंदिरों का विश्वभर में निर्माण करवाया।

ऐसा व्‍यक्ति मंत्र साधना में होता है प्रवीण

केतु और गुरु यदि कुंडली में एक साथ हों कर पंचम या नवम भाव से सम्बन्ध बनायें तो व्यक्ति मन्त्र साधना में प्रवीण होता है। इस योग में यदि जन्म लग्न या कारकांश लग्न से त्रिकोण में पाप ग्रह हों तो जातक तंत्र साधना की ओर भी जा सकता है।

धर्म त्रिकोण ले जाता है आधात्मिक उन्नति की ओर

कुंडली में धर्म त्रिकोण ( लग्न , पंचम और नवम ) तथा मोक्ष त्रिकोण ( चतुर्थ , अष्टम और द्वादश ) की स्वामियों का सम्बन्ध जातक को जीवन में आधात्मिक उन्नति की ओर ले कर जाता है। यह योग जन्म लग्न और चंद्र लग्न दोनों से देखा जाना चाहिए।